जब शेखर सुमन ने कर दिया घर का मंदिर बंद, फेंक दी सब मूर्तियां, पापा-पापा कहते चल बसा था 11 साल का बेटा (2025)

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शेखर सुमन ने अपने 11 साल के बेटे आयुष को खोने का दर्द झेला. बेटे की मौत के बाद उन्होंने घर से धार्मिक मूर्तियां हटा दीं और मंदिर बंद कर दिया. यह उनकी जिंदगी का सबसे दर्दनाक पल था.

जब शेखर सुमन ने कर दिया घर का मंदिर बंद, फेंक दी सब मूर्तियां, पापा-पापा कहते चल बसा था 11 साल का बेटा (1)

जब शेखर सुमन ने कर दिया घर का मंदिर बंद, फेंक दी सब मूर्तियां, पापा-पापा कहते चल बसा था 11 साल का बेटा

हाइलाइट्स

  • शेखर सुमन ने बेटे की मौत के बाद घर का मंदिर बंद किया.
  • उन्होंने सभी धार्मिक मूर्तियां हटा दीं.
  • बेटे की मौत शेखर सुमन के जीवन का सबसे दर्दनाक पल था.

एक बाप के लिए इससे बुरा भला क्या होगा कि उसकी आंखों के सामने उसका बच्चा गुजर जाए. ये दर्द एक बॉलीवुड एक्टर ने भी झेला. जो उनकी जिंदगी का सबसे दर्दनाक और डार्केस्ट पल था. ये एक्टर कोई और नहीं बल्कि रेखा और माधुरी दीक्षित के साथ काम कर चुके शेखर सुमन हैं. जिनके 11 साल के बेटे का निधन हो गया था. वह इस घटना से इतना हिल गए थे कि उन्होंने अपने घर से धार्मिक मूर्तियों को भी निकाल दिया था. वह काफी समय से इस दर्द से उभर नहीं पाए थे.

‘एफएम कनाडा’ को दिए इंटरव्यू में शेखर सुमन ने बेटे को खो देने के दर्द पर बात की. उनके बेटे का नाम आयुष था. उस दिन उन्होंने बेटे को गोद में लिया हुआ था. वह उस दिन सिर्फ यही प्रार्थना कर रहे थे कि कोई चमत्कार हो जाए. लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. बेटा उन्हें छोड़कर चला गया.

बेटे की तबीयत खराब और जाना पड़ा कामपर

शेखर सुमन ने अपनी जिंदगी की सबसे दिल दहला देने वाले पल के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि उस दिन काफी बारिश हो रही थी. बेटे की हालत भी क्रिटिकल बनी हुई थी. मगर एक डायरेक्टर के साथ उनका शेड्यूल तय था. फिल्म की शूटिंग थी. पहले तो उन्होंने शूट पर आने से मना कर दिया मगर डायरेक्टर नहीं माने और उन्होंने कहा कि अगर वह नहीं आए तो उन्हें भारी नुकसान होगा.

पापा प्लीज मत जाओ…
ऐसे में शेखर सुमन बिना मन हुए भी राजी हो गए. जब वह बेटे को छोड़कर जा रहे थे तो आयुष ने उनका हाथ पकड़ लिया. बेटे ने एक्टर से कहा, ‘पापा आज मत जाओ प्लीज.’ शेखर ने जल्दी आने का वादा किया और भारी मन से सारा दर्द समेटते हुए काम के लिए चले गए.

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मंदिर के कपाट तक कर दिए थे बंद
शेखर सुमन ने बताया कि बेटे की मौत के बाद वह पूरी तरह से हिल गए थे. उनका विश्वास भी डगमगा गया था. उन्होंने घर के मंदिर तक बंद कर दिए थे और सब भगवानों की मूर्तियां हटा दी थीं. उन्होंने कहा कि वह भगवान पर विश्वास नहीं कर पा रहे थे कि उन्होंने उनसे उनका बेटा छीन लिया.

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न्यूज 18 हिंदी में सीनियर सब एडिटर के तौर पर काम कर रहीं वर्षा का डिजिटल मीडिया में 8 सालों का अनुभव है। एंटरटेनमेंट रिपोर्टिंग, लेखन, फिल्म रिव्यू, इंटरव्यू और विश्लेषण इनकी विशेषज्ञता है। वर्षा ने जामिया मिल्...और पढ़ें

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May 19, 2025, 09:31 IST

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